9/25/2004

अतीत-चर्चा

अतीत.....
ज्‍यों,
जल की
तलहटी में,
पड़ा,
एक सिक्‍का ।

-राजेश,
बँदर लैम्‍पंग,सुमात्रा,
(इन्‍डोनेशिया)

2 Comments:

Blogger अनूप शुक्ल said...

अतीत!
यादें
और यादें
और यादें.

वर्तमान!
इरादे
औरइरादे
औरइरादे.

भविष्य!
वायदे
और वायदे
और वायदे.

2:30 pm

 
Blogger इंद्र अवस्थी said...

लो हमसे भी झेलो तुकबंदी-

अतीत
जो गया बीत
मन को गया रीत (थोडा सेंटी )

वर्तमान
पडा है आन (कैसे छुडायें जान)

भविष्य
क्षितिज पर
एक सुंदर दृश्य

1:47 pm

 

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